Considerations To Know About Shiv chaisa
Considerations To Know About Shiv chaisa
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योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥
भाल चन्द्रमा सोहत shiv chalisa in hindi नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥